शेयर मार्केट का गणित: निवेश के लिए सही फार्मूला

 

शेयर मार्केट का गणित

नए निवेशक को ज्यादातर शेयर बाजार में नुकसान इसीलिए होता है, क्योंकि वे शेयर मार्केट का गणित को समझ नहीं पाते। जी हां, आपको भी अगर शेयर मार्केट में ज्यादातर नुकसान हो रहा है, तो आपको भी शेयर मार्केट का गणित को समझना चाहिए। जिससे आपको स्टॉक्स को खरीदने और बेचने की सही समय का जानकारी मिल सके। 

आपको बता दें की, भारत के शेयर बाजार में प्रतिदिन लगभग 15 लाख करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट होता है? शेयर मार्केट में निवेश करके लंबे समय पर अच्छा रिटर्न्स मिल सकता है। लेकिन कई लोगो को शेयर मार्केट का गणित और इन्वेस्टमेंट की स्ट्रेटजी पता न होने के कारण पैसा कमा नई पाते। 

अभी के समय में नए निवेशक ज्यादातर दूसरों के बातों में आकर शेयर मार्केट को बिना समझे पैसा लगाते है, और फिर नुकसान भी करवाते हैं। लेकिन हम आपको इस पोस्ट पर बताएंगे की शेयर मार्केट का गणित को कैसे  समझे और शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए। बस आपको इस पोस्ट को अंत तक पढ़ना है। चलिए पहले जानते हैं की, शेयर मार्केट क्या है?


शेयर मार्केट क्या है?

शेयर मार्केट का गणित


शेयर मार्केट का गणित को समझना नए इन्वेस्टर केलिए बहत ही कठिन काम होता है। इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा की शेयर मार्केट क्या है? शेयर बाजार एक एसी जगह है, जहां पर कंपनी आ कर उस मार्केट पर रिजिस्टर करते हैं। और उसी कंपनियों के शेयर को आप हम जैसे इन्वेस्टर खरीदते हैं। कंपनियों को या तो NSE या फिर BSE एक्सचेंज में रिजिस्टर करवाना पड़ता है, फिर जा कर आप शेयर को खरीद या बेच सकते हैं।

जैसे ही आप किसी कंपनी की शेयर खरीदते हैं, तब आप उस कंपनी की एक छोटे से हिस्सीदार बन जाते हैं। सुन कर आपको ये तो आसान लग रहा होगा की शेयर बाजार से आसानी से पैसा कमाया जा सकता है। लेकिन जान लो बाजार में पैसा तो बहत है, पर रिस्क भी बहत रहता है। क्योंकि शेयर मार्केट की वैल्यू मार्केट की परिस्थिति के हिसाब से ऊपर नीचे होता है। अगर आपने मार्केट को न समझते हुए पैसा लगाए, तो खोने का खतरा बहती ही बढ़ जाता है।

ईसीपर आपको शेयर मार्केट का गणित को समझना चाहिए। ताकि आप मार्केट को सही से समझ सके और पैसा कमा सकते हैं। लेकिन आपको मार्केट पर कदम रखने केलिए एक डीमैट अकाउंट होना बहत जरूरी है। इसीलिए आप कोई अच्छी ब्रोकर्स वाले कंपनी जैसे की Angel One, Groww, Moneycontrol जैसे प्लेटफार्म की सहायता से एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।



शेयर मार्केट का गणित

शेयर मार्केट का गणित


शेयर मार्केट के गणित को समझना एक नए निबेसक केलिए मुस्कील हो सकता है। लेकिन एक बार आप अगर इसे समझ गए तो आपको भी बाकी इन्वेस्टर के जैसे मार्केट को एनालिसिस करने में आसानी होगी। हम आपको आसान भाषा से शेयर मार्केट का गणित को समझने की कोशिश करेंगे।

हमारे हिसाब से शेयर मार्केट का गणित को सभी इन्वेस्टर को सीखना चाहिए। ताकि बाजार में होने वाले उतार चढाव को सही से समझ पाए। ऐसे तो शेयर मार्केट को एनालिसिस करने केलिए कई सारे तकनीक होते हैं। लेकिन हम आपको कुछ बेसिक पॉइंट्स बताएंगे, जिससे आप शेयर मार्केट का गणित को आसानी से समझ सकें।



फंडामेंटल एनालिसिस

शेयर मार्केट का गणित


शेयर मार्केट को सीखने केलिए आपको स्टॉक्स की फंडामेंटल एनालिसिस को सीखना बहत जरूरी है। फंडामेंटल एनालिसिस शेयर मार्केट का गणित की एक हिस्सा है। इससे आप किसी भी कंपनी की स्तिथि को आसानी से पत्ता कर सकते हैं। चलिए हम आपको कुछ बेसिस फंडामेंटल एनालिसिस करने की टिप्स देते हैं।


बैलेंस शीट (Balance Sheet)- 

बैलेंस शीट में आपको कंपनी की संपूर्ण जानकारी जैसे की, कंपनी कब बनाया गया, कंपनी का फ्रोफिट क्या है, कंपनी के पास कितना फ्री कैश फ्लो पड़ा है, कंपनी कितनी कर्ज में डूबा है आदि। अगर आपको बैलेंस शीट को समझना आ गया, तो आपको शेयर मार्केट का गणित को समझने में आसानी होगा। एक अच्छा बैलेंस शीट डबल एंट्री अकाउंट सिस्टम पर चलता है। जिसमे कंपनी की लियाबिलिट और इक्विटी को बराबर में दिखाया जाता है।


आय विवरण (Income Statement)- 

ये सबसे जरूरी होता है, किसी भी शेयर मार्केट का गणित को समझने केलिए। इससे आपको कंपनी की लाभ के वारे में आसानी से पता चलता है। जब भी आप किसी कंपनी के शेयर खरीदने जा रहे हैं, तब आपको पहले ही उस कंपनी की इनकम स्टेटमेंट को जरूर देखना चाहिए।


नकद प्रवाह (Cash Flow)- 

कोई कंपनी अपनी बिजनेस से जितना पैसा कमाया है, उसे अपनी टोटल कैपिटल एक्सपेंडिचर्स से घटाने के बाद जो पैसा बच जाता है, उसे फ्री कैश फ्लो कहते हैं।

उदाहरण: अगर एक कंपनी ने 20,000 Cr का सेल या  बिजनेस किया और उसकी टोटल इन्वेस्टमेंट 15,000 Cr है। तो कंपनी की फ्री कैश फ्लो 5,000 Cr होगा।


डेट-टू इक्विटी अनुपात (Debt to Equity Ratio)-  

किसी भी कंपनी की फाइनेंशियल लिवरेज उसकी Debt to Equity Ratio से पता चलता है। ये आपकी शेयर मार्केट का गणित की एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। किसी भी कंपनी की डेट टू इक्विटी का राशियों अगर 1.5 से कम है, उसे हम फंडामेंटल स्ट्रॉन्ग स्टॉक मान सकते हैं।


वर्तमान अनुपात (Current Ratio)- 

यह एक लिक्विडिटी रेशियो होता है, जो की कंपनी की कितनी एबिलिटी है शॉर्ट टर्म में पे करने की , उसे बताता है। नए निबेसक केलिए 2:1 वाले कंपनी सही हो सकता है।


पी/ई अनुपात (Price to Earnings Ratio)- 

इससे आपको ये पता चलता है की, कंपनी की शेयर की वैल्यू एक्चुअल मूल्य पर ट्रेड कर रही है या नहीं। PE ratio जितना काम होगा, एक इन्वेस्टर केलिए उस शेयर को खरीदना फायदे मन होगा। एक अच्छी कंपनी की PE ratio 16 से 18 के बीच में होना अच्छा माना जाता है।


पी/बी अनुपात (Price to Book Ratio)- 

अभी के समय में PB ratio को शेयर मार्केट का गणित का अच्छा मैट्रिक्स माना जा रहा है। इससे आप किसी भी कंपनी की उचित मूल्य को निर्धारित कर सकते हैं। PB वैल्यू जितना काम होगा, कंपनी फंडामेंटल उतना स्ट्रॉन्ग रहता है।


ईपीएस (Earnings Per Share)- 

इससे आपको ये पता चलता है,की किसी भी कंपनी ने अपनी प्रत्येक शेयर में कितना प्रॉफिट कमाया है। लेकिन आपको EPS के साथ साथ बाकी सभी एनालिसिस को भी देखना चाहिए, ताकि आप शेयर मार्केट का गणित को समझ पाए, और सही स्टॉक पे निवेश कर पाए।


टेक्निकल एनालिसिस

शेयर मार्केट का गणित


शेयर मार्केट का गणित को जानने केलिए टेक्निकल एनालिसिस उतना जरूरी है, जितना की फंडामेंटल एनालिसिस करना होता है। टेक्निकल एनालिसिस में आपको शेयर की सही पोजीशन का पता चलता है। जिससे आपको Buy या Sell करने का अंदाजा रहता है। ऐसे तो कई सारे टेक्निकल एनालिसिस स्ट्रेटजी होता है, लेकिन हम आपको कुछ बेसिक स्ट्रेटजी नीचे बताएं है।

कैंडलस्टिक चार्ट्स-

ऐसे तो कैंडलेस्टिक चार्ट्स को पढ़ने केलिए आपको पहले उसे सीखना होगा। क्योंकि कैंडलेस्टिक्स पैटर्न कई प्रकार के होते हैं। जैसे की Doji candle, hanging man, hammer आदि कई प्रकार के पैटर्न है, जिसका उपयोग करके आप स्टॉक को सलेक्ट कर सकते हैं।


मूविंग एवरेज-

मूविंग एवरेज एक ऐसा इंडिकेटर है, जिसका उपयोग करके आप किसी भी स्टॉक को सही से सलेक्ट कर सकते हैं। लॉन्ग टर्म इन्वेस्ट केलिए आपको 50, 100, और 200 का मूविंग एवरेज सही रहता है। और शॉर्ट टर्म इन्वेस्ट केलिए 5, 10, 20 की मूविंग एवरेज सही रहता है।


RSI (Relative Strength Index)- 

RSI एक ओस्सिलेटर है, जिसका वैल्यू 0 से ले कर 100 के बीच में होता है। स्टॉक की ओवरबॉट और ओवरसोल्ड आपको RSI इंडिकेटर से आसानी से पता चलता है।


MACD (Moving Average Convergence Divergence)- 

निवेशक को बाजार में सही समय पर स्टॉक को खरीदना और बेचने का तरीका MACD इंडिकेटर्स से आसानी से पता चलता है। लेकिन जब भी आप MACD को अप्लाई करते हैं, उसके साथ साथ आपको बाकी इंडिकेटर्स भी अप्लाई करना चाहिए। ताकि आपको फॉल्स सिग्नल न मिले।


सुरुआति में नए निवेशक को ये ऊपर बताए गए कुछ टेक्निकल और फंडामेंटल चीजों को इस्तमाल करके आप शेयर मार्केट का गणित को आसानी से समझ सकते हैं।


Investment Strategies(शेयर मार्केट का गणित)

शेयर मार्केट का गणित


इन्वेस्टमेंट करने का तरीका भी शेयर मार्केट का गणित का एक हिस्सा होता है। आपको इन्वेस्टमेंट की तरीका को जानकर ही सही स्टॉक्स का चयन करना चाहिए, ताकि नुकसान से बच पाए। चलिए कुछ निवेश के तरीके को जानते हैं।

लंबी समय निवेश: 

आपकी भाबिस्यत को देखते हुए आपको हमेशा आपकी इनकम की कुछ हिस्से को लॉन्ग टर्म में निवेश करना चाहिए। लॉन्ग टर्म में आप ब्लू-चिप स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड जैसे बड़े बड़े इन्वेस्टिंग तरीके को आजमाया सकते हैं। जिसमे आपका रिस्क भी कम हो जाता है और रिटर्न्स की प्रोबेबिलिटी भी बढ़ जाती है।


कम समय में लाभ: 

लेकिन आपको यदि कम समय पे पैसा कमाना है, तो आप शॉर्ट टर्म इन्वेस्ट के वारे में सोच सकते हैं। जिसमे प्रॉफिट की मात्रा तो ज्यादा है, लेकिन रिस्क भी ज्यादा रहता है। शॉर्ट टर्म में आप इंट्राडे ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग जैसे तरीके को इस्तमाल करके पैसा कमा सकते हैं।


Real-Life Examples(शेयर मार्केट का गणित)-

शेयर मार्केट का गणित


आप में से सायद कोई होगा जो वॉरेन बफे का नाम नहीं सुना होगा। शेयर मार्केट का गणित को इनसे को बेहेतर समझ नहीं पाएगा। 

वॉरेन बफे ने कहे है, "समय ही मनुष्य का सबसे बड़ा संपति होता है। अमीर को समय और गरीब को पैसा बहत जरूरी हो जाता है।" 

उसी तरह एक और महान इन्वेस्टर राकेश झुनझुनवाला जिनको हम दुनिया के दूसरे सबसे सफल निवेशक मानते है। उनका कहना है, "मार्केट, मौत, महिला और मौसम को हम कभी भी भाबिस्यबानी नहीं कर सकते। क्योंकि ये सबको बदलने में देहरी नहीं होता।"



Tools and Resources (शेयर मार्केट का गणित)

शेयर मार्केट का गणित


शेयर मार्केट का गणित को सीखने केलिए आपके पास जरूर कुछ टूल्स और रिसोर्सेज का होना आवश्यक है। 


ऑनलाइन टूल्स:

_स्टॉक एनालिसिस टूल्स जैसे कि Yahoo Finance, Google Finance, पोर्टफोलियो ट्रैकिंग, ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स और एप्स आदि।


इसके अलावा भी आप ऑनलाइन कोर्सेस, वेबिनार्स, और वर्कशॉप्स जैसे स्थान पर शेयर मार्केट का गणित को बड़ी आसानी से सिख सकते हैं। लेकिन ध्यान दे कभी भी खुद रिसर्च किए बगैर दूसरों के बातों में आ कर निवेश न करें।


Useful Tips and Tricks (शेयर मार्केट का गणित)

शेयर मार्केट का गणित को समझने के लिए आपको पहले शेयर मार्केट की हर एक चीज को बारीकी से समझना चाहिए। क्योंकि आपकी जैसे नए निवेशक दूसरों को देख कर लालच में आकर मार्केट को न समझते हुए पैसा लगा देते हैं, और नुकसान भी कर देते हैं।


अगर आप एक नए निवेशक है, तो कभी भी ज्यादा जोखिम न ले, और लोन ले कर कभी भी इन्वेस्ट न करें। हमेशा अपनी इमोशन को कंट्रोल करें और भावनाओं में आ कर मार्केट को न समझते हुए पैसा न लगाए।


जब भी आप पैसा को निवेश करते हैं, हमेशा उसे डाइवर्सिफाई करने के वारे में सोचे। कभी भी एक जगह पर सारे पैसे को न इन्वेस्ट करे। इससे आपका रिस्क कम होता है और मुनाफा होना का संभावना भी बढ़ जाता है।


में जब भी निवेश करता हूं, हमेशा ये दो नियम का पालन करता हूं। जैसे की "डायवर्सिफाई योर पोर्टफोलियो" और "रिसर्च बिफोर यू इन्वेस्ट"। तो आप भी इसे हमेशा निवेश करने से पहले ये नियम का पालन करें।

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निस्कर्ष (शेयर मार्केट का गणित)

शेयर बाजार में सफलता पाने के लिए, शेयर मार्केट का गणित को समझना बहत जरूरी है। निवेशक को मार्केट की स्थिति को अच्छे से जानना चाहिए। फिर वे फंडामेंटल और तकनीकी एनालिसिस का उपयोग कर सकते हैं और अच्छी निवेश रणनीतियां बना कर पैसे को सही जगह पर निवेश कर सकते हैं।


निवेशक को वास्तविक जीवन के उदाहरण, उपयोगी टूल और कुछ अच्छी रिसोर्सेज का उपयोग करना चाहिए। गणितीय ट्रिक्स और सुझावों का उपयोग करके शेयर बाजार में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इन सब तकनीक का उपयोग करके निवेशक अपनी पूंजी को बढ़ा सकते हैं और अच्छे लाभ प्राप्त कर सकते हैं।


शेयर मार्केट का गणित को समझना एक निवेशक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यही बात हम इस पोस्ट पर आसानी से समझने की कोशिश किए हैं। आशा करता हूं, आपको इस पोस्ट से कुछ सीखने को जरूर मिला होगा। अगर आपको कुछ और जानकारी चाहिए तो आप कॉमेंट कर सकते हैं। हम उसका जवाब देने की जरूर कोसीस करेंगे। धन्यवाद 🙏


FAQs (शेयर मार्केट का गणित)

Q.1. आपको कैसे पता चलेगा कि शेयर की कीमत बढ़ेगी या घटेगी?

शेयर मार्केट का गणित का इस्तमाल करके आप किसी भी शेयर की वैल्यू को पत्ता कर सकते हैं। इसके लिए आपको आपको कई टेक्निकल एनालिसिस और कुछ इंडिकेटर्स का इस्तमाल करना होगा।

Q.2. शेयर बाजार में किस गणित का प्रयोग किया जाता है?

शेयर बाजार में सबसे पहले कुछ बेसिक चीजों का इस्तमाल किया जाता हैं। जैसे की टेक्निकल एनालिसिस, फंडामेंटल रिसर्च, इंडिकेटर्स आदि। जिससे आपको शेयर मार्केट का गणित को आसानी से समझ पाए।

Q.3. शेयर बाजार सीखने का सही तरीका क्या है?

शेयर बाजार को सीखने के लिए आपको सबसे पहले शेयर बाजार से संबंधित कुछ जरूरी जानकारी इकट्ठा करना चाहिए। जैसे कि, शेयर मार्केट क्या है?, शेयर मार्केट में पैसे कैसे लगाते हैं?, स्टॉक की एनालिसिस कैसे करते हैं?, ट्रेडिंग कैसे करें? ये सब चीजें। इन्हीं सब चीजें को आप ऑनलाइन या ऑफलाइन के जरिए सिख सकते हैं।

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