शेयर खरीदने का सही समय: ये 9 Tips सिखलो कभी LOSS नहीं होगा

शेयर खरीदने का सही समय

शेयर खरीदने का सही समय आपको भी पता होना बहत जरूरी है, यदि आप एक नए इन्वेस्टर है। क्यूं की अगर आपको शेयर खरीदने का सही समय के वारे में जानकारी नहीं मिले तो आप भी ऊंह वाकी इन्वेस्टर के जैसे बन जाएंगे, जो शेयर बाजार में ज्यादा तर नुकसान करते हैं। 


में भी आप की तरह शुरुआत में आधी अधूरी जानकारी ले कर शेयर खरीदने का सही समय को न जानते हुए, निवेश करने लग गया, और नुकसान करने लगा। लेकिन अब में अपनी 4 साल की एक्सपीरियंस से शेयर खरीदने का सही समय को जानने लगा हूं। ऐसा नहीं की आज नुकसान नहीं होता, लेकिन प्रॉफिट की तुलना में नुकसान बहत काम होता है। क्यूं की में कुछ टेक्निकल जानकारी के अनुसार शेयर खरीदने का सही समय का इंतजार कर रहा हूं। 


तो आपको भी कुछ बातें को ध्यान में रखना चाहिए, ताकि शेयर खरीदने का सही समय आपको पता चल पाए। तो चलिए विस्तार से शेयर खरीदने का सही समय के वारे में कुछ टेक्निकल चीजों को जानते है। हमेशा आपको इन चीजों को खुद एक बार एनालिसिस करना चाहिए, फिर इस्तमाल करना चाहिए। 


शेयर खरीदने का सही समय को जानने से पहले आपको शेयर के प्रकार को समझना जरूरी है। बेसिकली शेयर 3 प्रकार के होते है, जैसे की Large Cap, Mid Cap और Small Cap ।


लार्ज कैप - 20,000 करोड़ से ज्यादा (कैपिटल)

मिड कैप -  5,000 से 20,000 करोड़ के अन्दर (कैपिटल)

स्मॉल कैप- 5,000 करोड़ से कम (कैपिटल)


    शेयर खरीदने का सही समय

    • मार्किट की मोवेमेंट को देख कर 
    • कंपनी फंडामेंटल स्ट्रांग होने पर
    • मार्किट क्रैश होने पर
    • मार्किट ओपन होने पर 
    • कंपनी की PE ratio कम होने पर 
    • कंपनी के अछि रिटर्न्स के समय
    • कंपनी के IPO आने पर 
    • स्टॉक के सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस देख कर
    • मार्किट की वोलैटिलिटी देख कर

    अक्सर सुरुआती समय पे नए इन्वेस्टर जो मार्केट को सही से जान नहीं पाते, शेयर खरीदने का सही समय को समझ नहीं पाते, लालच में आकर नुकसान कर बैठते हैं। शेयर मार्केट पे पैसा तो बहत है, लेकिन उसे कमाने केलिए आपको सही जानकारी का पता होना बहत जरूरी हो जाता है। 


    एक महान इन्वेस्टर राकेश झुनझुनवाला ने कहा है कि, "जल्दबाजी में लिए गए फैसले से हमेशा आपके भारी नुकसान का कारण बनते हैं। इसीलिए किसी भी शेयर में पैसा लगाने से पहले थोड़ा समय लें। और भावनाओं में बहकर शेयर बाजार में निवेश करना नुकसान का रास्ता बनता है।"


    तो चलिए जानते है, शेयर खरीदने का सही समय। जिसके लिए आपको नीचे दिए गए कुछ टेक्निकल चीजों को ध्यान में रखना होगा। जैसे की,


    मार्किट की मोवेमेंट को देख कर 

    शेयर खरीदने का सही समय

    मार्किट की मोवेमेंट को देख कर, आप शेयर खरीदने का सही समय को जान सकते हैं। अक्सर जब कोई कंपनी के शेयर की वैल्यू गिरता है, और उसकी शेयर की प्राइस सपोर्ट के आस पास होता है, तब उसी शेयर को खरीदने का सही समय होता है। अगर उस कंपनी में अच्छे अच्छे इन्वेस्टर निवेश कर रहे हैं, और उस कंपनी की कैपिटल अच्छा है, तो आपको भी उस कंपनी में निवेश करने चाहिए।


    लेकिन हमेशा एक बात याद रखें, की अगर आप एक नए इन्वेस्टर है, तो कभी भी बिना रिसर्च किए या फिर टेक्निकल एनालिसिस किए बगैर निवेश न करे। क्योंकि उसमे आपको पैसा गवाने का खतरा बढ़ जाता है। सुरुआति दौर में उतना निवेश करना चाहिए जितना आप सह सके। 


    कंपनी  फंडामेंटल स्ट्रांग होने पर

    शेयर खरीदने का सही समय

    हर दिन शेयर बाजार में कई सारे कंपनी रिजिस्टर होते हैं। इन सब कंपनी को भारत में NSE या फिर BSE के द्वारा संचालित किया जाता है। लेकिन आप उन सब कंपनी में निवेश नहीं कर सकते। क्योंकि उसमे फिर आपका पैसा डूबने का खतरा बढ़ जाता है। आप सिर्फ उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका फंडामेंटल स्ट्रॉन्ग हो। फंडामेंटल स्ट्रॉन्ग वाले कंपनी में पैसा लगाना या फिर शेयर खरीदने का सही समय माना जा सकता है।


    अक्सर आपको कई सारे ऐसे स्टॉक्स मिलेंगे जिसका प्राइस बहत कम होता है, जिसे हम panny stocks के नाम से जानते हैं। लेकिन लालच में आकर आप उसी तरह के स्टॉक में निवेश न करें जिसका फंडामेंटल हीं स्ट्रॉन्ग न हो। 


    जान लीजिए की किसी भी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करना इतना आसान नहीं होता। आपको उसके लिए कई सारे नॉलेज की जरूरत होती हैं। जैसे की कंपनी के बैलेंस शीट, प्रॉफिट और लॉस, कई सारे राशियों और फ्री कैश फ्लो आदि, को जानना बहत जरूरी है। लेकिन में आपको कुछ बेसिक टेक्निकल एनालिसिस टिप्स बताता हूं, जिसका इस्तमाल करके आप स्टॉक मार्केट में शेयर खरीदने का सही समय को पता कर सकते हैं। 


    1. ROE (Return On Equity):-  

    Return on Equity को देख कर आप पता कर सकते हैं, की किस कंपनी में इन्वेस्ट करना फ्यूचर केलिए अच्छा है। जिस कंपनी की ROE 15 percent से ज्यादा है (ROE>15), आप उस कंपनी में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए आप Groww, Moneycontrol जैसे वेबसाइट्स की यूज कर सकते हैं।

    2. Debt to Equity Ratio:-

    Debt to Equity का मतलब होता है, कि कंपनी के ऊपर अपनी इक्विटी कैपिटल कंपेरिजन के हिसाब से कितना डेब्ट हैं, यानी कितना कर्ज है। ये Debt to Equity Ratio जितना कम होता है, कंपनी उतनी अच्छी मानी जाती हैं। आम तौर पर इसका वैल्यू 1 से कम होता है (D/E<1)। अब आपको उसी सब कंपनी में निवेश करना चाहिए, जिसका debt to equity ratio 1 से कम है।

    3. Sales Growth:-

    इस का मतलब है की कंपनी कैसे ग्रोथ कर रहा है। अगर किसी कंपनी की ग्रोथ अच्छी हो रहा है, आपको उस कंपनी के शेयर को खरीदने का सही समय हो सकता है। इसीलिए आपको एसी कंपनी को सलेक्ट करना है, जिसकी ग्रोथ अच्छी हो। ये जितना अच्छा होगा आपके लिए फायदे मन होगा। हमारे हिसाब से कंपनी की sales Growth 📈 कम से कम 8 प्रतिसत (>8) से ज्यादा हो। तो आपको इसके लिए पहले अच्छे से रिसर्च करना चाहिए तब निवेश करना चाहिए।

    4. 3 Years Sales Growth:- 

    इससे आपको ये पता हो सकता की की कंपनी की फंडामेंटल कितनी मजबूत है। अगर किसी कंपनी की 3 years sales Growth कम से कम 8 प्रतिसत से ज्यादा है, तो आपको उस कंपनी को कंसीडर करना चाहिए।

    5. Profit Growth (3 Years):- 

    Profit Growth सबसे गुरुत्यपूर्ण हैं। क्योंकि जितना ज्यादा प्रॉफिट होगा उतना ही इन्वेस्टर केलिए अच्छा होगा। प्रॉफिट ग्रोथ कम से कम 8 प्रतिसत से ज्यादा होना आप के लिए अच्छा हो सकता है।

    इन सब के अलावा भी आपको कई सारे टेक्निकल एनालिसिस की जरूरत है, जिसे आप Moneycontrol जैसी वेबसाइट्स से सिख सकते है। लेकिन हमेशा अपनी रिस्क के अनुसार हीं निवेश करें।


    मार्किट क्रैश होने पर   

    शेयर खरीदने का सही समय

    मार्किट क्रैश के दौरान शेयर खरीदने का सही समय हो सकता है। में जनता हूं की आपको ये सुनकर आश्चर्य लगा होगा। लेकिन ये सच है, कई लोगो का ये मानना है की मार्केट की गिरावट पे भी अच्छा खासा पैसा कमाया जा सकता है। कई लोगो को तो पता ही नहीं होगा की, मार्केट क्रैश होने पर शेयर खरीदने का सही समय है या नहीं। क्योंकि उस वक्त मार्केट में रिस्क बहत बढ़ जाता है। लेकिन में आपको एक उदाहरण के जरिए समझता हूं। 


    Example:- मान लो TATA के एक शेयर का वैल्यू 100 रुपए है। मार्किट की गिरावट के वजह से उसकी वैल्यू 10 रुपए में आ गई। क्योंकि TATA एक लार्ज कैप कंपनी है, तो उसे पता है की कंपनी को कैसे ऊपर ले कर जाना है। तो वे 10 रुपए के शेयर को 1000 भी बना सकते है। बस आपको इसिका फायदा उठाते हुए मार्केट क्रैश होने पर भी निवेश करना चाहिए। लेकिन हमेशा अपने रिस्क से ही निवेश करें।


    Rakesh Jhunjhunwala के ये 5 मंत्र जो आपको निवेश करने में मदत्त करेगा, 

    1. शेयर में लंबी समय तक निवेश करने के वारे में सोचे।
    2. कभी भी किसी को देखते हुए या दूसरों की बातें सुनते हुए निवेश न करें।
    3. शेयर की कीमत को नहीं, वल्कि कंपनी की वैल्यू को देखते हुए निवेश करें।
    4. कभी भी पूरे पैसे एक शेयर में निवेश नहीं करना चाहिए।
    5. कभी भी लोन ले कर निवेश न करें।



     मार्किट ओपन  होने पर 

    शेयर खरीदने का सही समय

    हर दिन सुबह को जब मार्केट ओपन होता है, उसी समय आप के लिए शेयर खरीदने का सही समय हो सकता है। मार्किट ओपनिंग की समय सुबह 9:15 से सुरु होता है। अगर आप उसी समय शेयर खरीदेंगे तो आपको ज्यादा लाभ मिल सकता है। क्योंकि थोड़े समय बाद मार्केट में साइड वाइज मूवमेंट देखने को मिलता है, जिसमे लाभ होने की संभावना बहत कम होता है। 


    लेकिन ये बात जान लीजिए की, मार्केट ओपन होने की प्रभाव ज्यादातर इंट्राडे या फिर F&O पर पड़ता है। जबकि लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में इसका असर बहत कम है।


    कंपनी की PE ratio कम होने पर 

    शेयर खरीदने का सही समय

    शेयर खरीदने का सही समय आप कंपनी के PE ratio से बड़ी आसानी से पता कर सकते हैं। PE ratio का मतलब है कि Price to earning ratio। PE ratio से आपको पता चलता है कि, कंपनी के शेयर अभी overvalued या फिर undervalued पर है। अगर किसी कंपनी की शेयर undervalued पर है, तो आप के लिए वह शेयर खरीदने का सही समय हो सकता है।


    ये चीज सेक्टर के हिसाब से चेंज होता रहता है। लेकिन आपके जानकारी केलिए बता दें कि अगर किसी कंपनी के PE ratio 8 से ले कर 25 के अंदर है, उस कंपनी के शेयर को आप कंसीडर कर सकते हैं। PE ratio के वारे में आपको moneycontrol, groww जैसे वेबसाइट्स पर तथ्य मिल जायेगा।


    कंपनी के अछि रिटर्न्स के समय 

    शेयर खरीदने का सही समय

    किसी कंपनी की रिटर्न्स अच्छी हो, और फंडामेंटल थोड़ी स्ट्रॉन्ग हो तो शुरुआती इन्वेस्टर केलिए ये शेयर खरीदने का सही समय हो सकता है। सबसे पहले तो आपको उस कंपनी की पिछले 3 साल की रिटर्न्स को देखना होगा। अगर वह कंपनी अपनी फाइनेंशियल ग्रोथ को बढ़ा रही है, तो आप के लिए ये एक सुनहरा मौका है शेयर में निवेश करने का।


    ये तरीके से आपको लॉन्ग टर्म में अच्छी रिटर्न्स मिल सकता है। क्योंकि लंबे समय में कंपनी की फाइनेंशियल ग्रोथ अच्छी होती हैं। तो आपको इसके ऊपर भी एक बार ध्यान जरूर देना चाहिए।


    कंपनी के IPO आने पर 

    शेयर खरीदने का सही समय

    IPO का मतलब है की, (Initial Public Offering)। किसी भी कंपनी की IPO आना आप के लिए शेयर खरीदने का सही समय का एक सुनहरा मौक देता है। कंपनी IPO तब लता है जब वह मार्केट में नए नए रिजिस्टर होता है। कंपनी की ग्रोथ के लिए शुरुआत में IPO आता रहता है कंपनी की तरफ से, जिस में पब्लिक डायरेक्टली उस कंपनी में कुछ हिस्सा देते है IPO के तहत। 


    जब उस कंपनी की टारगेट पूरा हो जाता है वह अपनी IPO बंद कर देता है और कंपनी की मार्केट में लिस्टेड कर देता है। IPO मार्केट की सेंसेक्स और निफ्टी के ऊपर डिपेंड करता है। अगर सेंसेक्स और निफ्टी ऊपर या नीचे गिरता है, तो उस हिसाब से IPO की वैल्यू चेंज होता रहता है।


    मार्किट में कुछ ऐसे कंपनी है जिनका IPO तो आता है, लेकिन भविष्य में उस कंपनी की ग्रोथ की पोटेंशियल बहत कम है। तो आपको उसी तरह की कंपनियों से बचके रहना चाहिए।


    स्टॉक के सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस देख कर 

    शेयर खरीदने का सही समय

    नए ट्रेडर्स के लिए शेयर खरीदने का सही समय शुरुआत में स्टॉक्स के सपोर्ट्स और रेजिस्टेंस को देख कर किया जा सकता है। सपोर्ट वह पोजीशन होता है, जहां पर स्टॉक की वैल्यू नीचे न जाते हुए ऊपर जाने की कोशिश करता है। रेजिस्टेंस वह पोजीशन है, जहां पर मार्केट की वैल्यू ऊपर न जाते हुए नीचे की और आता है।


    तो जान लीजिए अगर किसी स्टॉक अपनी सपोर्ट पर है, तो आपके लिए वह शेयर खरीदने का सही समय हो सकता है। क्योंकि उसके बाद मार्केट ज्यादा तौर ऊपर जाने की संभावना होता है।


    अगर किसी शेयर की वैल्यू उसकी रेजिस्टेंस पर होता है, तो वह समय आपके लिए शेयर बेचने का सही समय हो सकता है। क्योंकि उसके बाद मार्केट नीची आने की संभावना रहती हैं।


    मार्किट की वोलैटिलिटी देख कर 

    शेयर खरीदने का सही समय

    किसी भी स्टॉक की वोलेटिलिटी उस कंपनी की एनुअल रिपोर्ट्स के ऊपर डिपेंड करता है। किसी कंपनी की एनुअल ग्रोथ अच्छी हो तो आपके लिए उस कंपनी का शेयर खरीदने का सही समय हो सकता है। 


    मार्किट पर हर दिन कई सारे कंपनी रिजिस्टर होते हैं। लेकिन उन में से कई कंपनी की एनुअल ग्रोथ अच्छी नहीं होता। इसीलिए, अगर किसी कंपनी की वोलेटिलिटी ज्यादा हो, यानी की उसकी स्टॉक वैल्यू में ज्यादा फ्लैक्चुएशन हो रहा है तो उसी तरह के स्टॉक्स से आपको बचके रहना चाहिए। कंपनी की वोलेटिलिटी के वारे में आप moneycontrol जैसे वेबसाइट्स से पत्ता कर सकते हैं।


    शेयर बेचने का सही समय 

    शेयर बेचने का सही समय

    शेयर खरीदने का सही समय तो सभी बता देंगे, क्योंकि ये तो आसान है। लेकिन शेयर देखने का सही समय बहत ही कम लोग बताएंगे। आप चाहे जितने भी शेयर खरीद लो, मुनाफा तब तक नहीं होगा जब तक आप उसे बेचोगे नहीं। तो अभी हम आपको बहत ही अच्छी तरह से बताएंगे की आपके लिए शेयर बेचने का सही समय क्या होगा। और आप इसे कैसे पत्ता कर पाएंगे। 


    देखिए अभितक आपको शेयर खरीदने का सही समय के वारे में सही से पत्ता चल चुका है। चलिए अब जानते है, की शेयर को कैसे और कब बेचे।


    चलिए जानते है 3 ऐसे कारण जिससे आप शेयर को बेच सकते हैं।


    आपकी मक्सत खतम हो जाने पर 

    आप जिस कारण बसत एक कंपनी में निवेश किए हो। अगर वह कारण खतम हो जाए तो आप वह शेयर बेचने का सोच सकते हो। मान लीजिए अगर आपको किसी कंपनी की प्रोडक्ट अच्छा लगा, इसीलिए आपने उसकी शेयर खरीदे। लेकिन जब उसकी प्रोडक्ट की क्वालिटी खराब हो और आपको लग रहा है की आगे जा कर कंपनी की ग्रोथ नहीं होगी। तभी आपके लिए वह शेयर बेचने का सही समय हो सकता है।


    अगर किसी कंपनी के वारे में निगेटिव न्यूज आ रहा है, जो उस कंपनी की नुकसान करवा सकता है। उसी समय आप वह शेयर को बेच सकते हैं।


    कंपनी की मैनेजमेंट बदलने पर

    अक्सर कई लोग कंपनी की मैनेजमेंट को देख कर शेयर खरीदने का सही समय का पता लगाते हैं। मान लीजिए आप ने एक कंपनी की शेयर को खरीदा था, क्योंकि उसकी मैनेजमेंट आपको उस समय बहत पसंद आया था। जिससे आपको पत्ता चल पा रहा था की ये कंपनी फ्यूचर में अच्छा ग्रो करेगा। 


    लेकिन जब उस कंपनी की मैनेजमेंट बदल गया, और उसके बाद उस कंपनी की नुकसान होना सुरु हुआ। तब आपके लिए उस कंपनी की शेयर को बेचने का सही समय हो सकता है।


    पैसे की जरूरत होने पर 

    ये आपके लिए बहत जरूरी चीज है। क्योंकि अगर आपको पैसे की जरूरत है, तब तो आपको वह शेयर को बेचना हो पड़ेगा। क्योंकि अगर पढ़ाई के लिए, मेडिकल के लिए या फिर बिजनेस में लगाने केलिए पैसे की जरूरत पड़े, तो आपको ये शेयर को बेचना ही सही रहेगा।


    देखिए ये बताना तो मुस्किल है, की शेयर को कब बेचे लेकिन ये जरूर बता सकते है की किस कारण के लिए आपको वह शेयर को बेचना चाहिए। जो हम उप्पर 3 कारण के माध्यम से बताने की कोशिश किए।

    इसे पढ़ें ---

    इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुनें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें

    ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम

    शेयर मार्केट कैसे सीखे

    शेयर बाजार से पैसे कैसे कमाए



    निष्कर्ष (शेयर खरीदने का सही समय)

    इसी पोस्ट पर हमने आपको ये बताने की कोशिश किए हैं, की शेयर खरीदने का सही समय क्या होता है और उसके साथ शेयर बेचने का सही समय भी क्या होगा है।  हमारे और से जितना हो सकता है हम आपके मदर केलिए कोसोस किए हैं। ताकि आपको एक सही जानकारी शेयर मार्केट के वारे में मिल सके। मेरे 5 साल की अनुभन से जितना सीखा हूं, आप के साथ शेयर किया हूं।


    उम्मीद करता हूं की आपको इस पोस्ट से कुछ अच्छा सीखने को मिला होगा। अगर आपको कोई भी जानकारी शेयर मार्केट या किसी भी फाइनेंशियल दिकातों को जानना है। तो आप हमे कॉमेंट या फिर मेल कर सकते हैं। हम आपका समाधान करने की पूर्ण कोसिस करेंगे। धन्यवाद 🙏


    FAQs(शेयर खरीदने का सही समय)

    Q.1.शेयर खरीदते समय क्या ध्यान रखना चाहिए?

     जब भी आप शेयर खरीदते हो, तब आपको उस कंपनी की फंडामेंटल, उसकी कैपिटल, कंपनी की प्रॉफिट और कुछ टेक्निकल एनालिसिस को देख कर उस कंपनी की शेयर को खरीदना चाहिए। जब ये सब चीजें आपके अनुकूल हो,तब आपके लिए वह शेयर खरीदने का सही समय हो सकता है।


    Q.2.स्टॉक कब बेचा जाना चाहिए?

    देखिए स्टॉक को बेचने का कोई निर्धिस्त समय नहीं होता। लेकिन स्टॉक को बेचने का कई कारण हो सकता है। जैसे की आपको किसी कंपनी की प्रॉफिट में लगातार गिरावट, या किसी कंपनी की मैनेजमेंट में बदलाव आदि को देख कर स्टॉक को बेचा जा सकता है।


    Q.3.शेयर प्राइस कब बढ़ेगा कैसे पता चलेगा?

    देखिए शेयर की प्राइस बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकता है। जैसे की कोई कंपनी की अचानक कुछ पॉजिटिव न्यूज आने पर, या किसी कंपनी की मैनेजमेंट में बदलाव के कारण उस कंपनी में तेजी से ग्रो आता है। ऐसे ही कुछ कारण हो सकता है, कोई शेयर की प्राइस बढ़ने के पीछे। इससे आपको शेयर खरीदने का सही समय भी मिल सकता है।


    Q.4.शेयर कितने दिन तक रख सकते हैं?

    ऐसे तो आप शेयर को जब भी चाहें बेच सकते हैं। लेकिन किसी भी शेयर को लंबे समय तक होल्ड करके रखना आपके लिए फायदे मन हो सकता है। क्योंकि लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में शेयर की वैल्यू बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है।


    Q.5.शेयर बेचने के बाद कितने दिन में पैसा आता है?

    शेयर बेचने के 2 से 3 दिन के अंदर पैसा आपके डीमैट अकाउंट पर आ जाता है। क्योंकि जो आपके शेयर को खरीदता है, ब्रोकर आपकी अकाउंट से वह शेयर को उसकी अकाउंट पर ट्रांसफर करके उसकी अकाउंट से पैसा आपके अकाउंट पर क्रेडिट कर देता है। इस प्रोसेस को कंप्लीट होने के लिए लग भाग 2 से 3 दिन का समय लग जाता है।

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