ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें 2024 में: 20 आसान तरीकें

ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें (2023 में)


ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें शेयर मार्केट पे पहली बार कदम रखने पर आपके मन में ये सवाल जरूर आता है। जब हम ट्रेडिंग के नाम सुनते हैं, तो हमारे दिमाग में तुरंत शेयर मार्केट की तस्वीर आ जाती है और हम ये जानने केलिए इच्छुक हो जाते हैं की, ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें। अब जो भी नया व्यक्ति आता है, वह स्टॉक मार्केट के जरिए ट्रेडिंग करके पैसे कमाने का सोचता है, वो बिल्कुल सही जगह पर है। 


आज मैं आपको बताऊंगा कि ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, आपको ट्रेडिंग की सीखने के लिए कौन-कौन से कदम उठाने चाहिए, ट्रेडिंग के विभिन्न प्रकार क्या-क्या हैं, ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं, ट्रेडिंग की शुरुआत कहां से करें और ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लग सकता है। आपको सिर्फ धैर्य के साथ इस  कंटेंट को पढ़ना है। क्यूंकि मैंने आपके लिए इस पोस्ट को बहत ही मेहनत से और आसानी से समझाने की कोसिस की है, जिससे आप को पता चल पाए की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें (Online Trading kaise sikhe)

    सबसे पहले चलिए हम जानते हैं कि ट्रेडिंग का मतलब क्या होता है। ट्रेडिंग एक प्रकार की व्यापारिक गतिविधि होती है, जिसमें हम शॉर्ट टर्म में शेयर खरीदते और बेचते हैं। इसमें हम कम समय में अधिक लाभ कमाने पर केंद्रित करते हैं। 


    शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के कारण, इसमें ज्यादा जोखिम हो सकता है, लेकिन इससे मिलने वाला रिटर्न्स भी अधिक हो सकता है। इसलिए, ट्रेडिंग की सीख प्राप्त करने के बाद ही इसे अपनाने की सलाह दी जाती है। 


    ट्रेडिंग कई प्रकार की होती है, जैसे कि इंट्राडे ट्रेडिंग, फ्यूचर्स और ऑप्शन ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग आदि। इन सभी प्रकार की ट्रेडिंग को सीखने के लिए "ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें" के बारे में हम आगे बात करेंगे।


    मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे सीखे (Mobile se Trading kaise sikhe)

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसको सीखने केलिए आपके पास एक मोबाइल का होना बहत जरूरी है। क्या आपको भी जानना है, की मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे सीखें। तो नीचे दिए गए तरिकें को फॉलो करें।


    • ट्रेडिंग केलिए आपको सबसे पहले के डीमैट अकाउंट खोलना पड़ेगा।
    • फिर आपकी बैंक अकाउंट को डीमैट अकाउंट पे लिंक करना होगा।
    • अब आपको डीमैट अकाउंट के फंड पर पैसा डिपोजिट करना होगा।
    • अभी आप इंट्राडे ट्रेडिंग बहत ही आसानी से सुरु कर सकते हैं।
    • F&O ऑप्शन को एक्टिवेट करके आप ऑप्शन ट्रेडिंग सुरु कर सकते है।
    • अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान करते हैं, तो इक्विटी में शेयर को Buy या Sell कर सकते हैं।


    दोस्तों, मोबाइल से ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान हो सकता है। जरा सोचिए, फोन की स्क्रीन छोटी होती है, इसका मतलब यह नहीं कि ट्रेडिंग चार्ट्स को देखने में दिक्कत आएगी। आप आराम से मोबाइल के माध्यम से ट्रेडिंग सीख सकते हैं। फोन के स्क्रीन की छोटी आकार से निराश होने की आवश्यकता नहीं है, आपको वास्तविकता में ट्रेडिंग में एक्सपर्ट बनने के लिए केवल सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें 20+ तरीके

    हमे पता है कि जब को शेयर बाजार में नए नए कदम रखता है तो उसके मन में ये सवाल आता है, की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें। हम आपको नीचे ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें के ऊपर कुछ आसान तरीके बताएं है।


    1- डीमैट अकाउंट खोलके डेमो ट्रेड करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसका शुरुवात आप डीमैट अकाउंट खोलके कर सकते हैं। ट्रेडिंग की जानकारी प्राप्त करने के लिए, पहला कदम होता है डीमैट अकाउंट खोलना। भारत में शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, और आप इसे किसी भी ब्रोकर के माध्यम से खोल सकते हैं। 


    डीमैट अकाउंट खोलने से आप विभिन्न शेयरों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आपको रिसर्च के लिए कई उपकरण मिलते हैं। आपको यहां अनुसंधान करने के लिए विभिन्न टूल्स का उपयोग करना सिखने का अवसर मिलता है और कुछ ब्रोकर्स आपको वर्चुअल ट्रेडिंग उपकरण भी प्रदान करते हैं, जिससे आप उनके साथ ट्रेडिंग का अभ्यास कर सकते हैं। 

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    2- छोटे अमाउंट से ट्रेडिंग सुरु करें

    ट्रेडिंग सीखने के लिए पहले आपको एक शेयर मार्केट अकाउंट खोलना होगा, फिर थोड़ी सी राशि से ही लेकर शेयर्स खरीदना शुरू करना होगा। आप अपनी निवेश यात्रा को 100 या 500 रुपये से ही आरंभ कर सकते हैं। यहां पर, आप अपने ज्ञान को प्रयुक्त कर सकते हैं। 


    आपको पता चलना चाहिए कि कौनसे शेयर्स खरीदने चाहिए, कौनसा आर्डर प्लेस करने चाहिए, रिसर्च कैसे करनी चाहिए, स्टॉक्स को कब खरीदना और बेचना चाहिए - ये सभे सवालों के उत्तर तब मिलेंगे, जब आप खुद ही ट्रेडिंग करना शुरू करेंगे। शेयर मार्केट में अपने खर्चों को नियंत्रित करने के लिए, सबसे पहले आपको ब्रोकर कमीशन, मेंटेनेंस चार्जेस, और अन्य शुल्कों को समझना होगा, और फिर ही आपको अपना खाता बनाना चाहिए।


    3- सही स्टॉक को सिलेक्ट करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसे सीखने के लिए, पहले आपको सही स्टॉक का चयन करना सीखना आवश्यक है। यह क्योंकि, अगर आप गलत स्टॉक का चयन करते हैं तो आपके पूरे प्रॉफिट को ही नुकसान में बदल सकता है।


    अब यह सवाल आता है कि किसी भी स्टॉक का चयन करते समय क्या देखना चाहिए? 


    आप जिस स्टॉक में ट्रेडिंग करना चाहते हैं, सबसे पहले उसके सपोर्ट और रेसिस्टेंस स्तरों की जानकारी प्राप्त करें। सपोर्ट स्तर वह निर्देशक बिंदु होता है जहां से स्टॉक का मूल्य बढ़ने की शुरुआत होती है, जबकि रेसिस्टेंस स्तर वह निर्देशक बिंदु होता है जहां से स्टॉक का मूल्य गिरने की शुरुआत होती है।


    सपोर्ट और रेसिस्टेंस स्तरों के पहचान के बाद, आपको उनके बीच एक ट्रेंडलाइन खींचनी चाहिए। इस तरह से, आप दोनों स्तरों के बीच में एक मूल्य सीमा का पता लगा सकते हैं।


    अब आपको स्टॉक में एंट्री और एग्जिट को पता करने की आवश्यकता है, अर्थात् आपको यह जानना है कि कब स्टॉक में प्रवेश करना है और कब सेल करके निकलना चाहिए।


    उदाहरण स्वरूप, जब स्टॉक सपोर्ट स्तर को छूता है और उसका मूल्य ऊपर जाने लगता है, तो आपको स्टॉक में प्रवेश करना चाहिए और जब रेसिस्टेंस स्तर पर पहुंचता है, तो आपको निकलना चाहिए।


    इस प्रकार, आप जानते हैं कि स्टॉक ट्रेडिंग के दौरान क्या करना चाहिए, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि आप उस स्टॉक में किस प्रकार की ट्रेडिंग स्टाइल का उपयोग करें।


    4- शुरुआत में  एक सही ट्रेडिंग स्टाइल चुनें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    जब कोई मुझसे पूछता है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, तो मैं उनसे कहता हूँ कि पहले आपको अपने ट्रेडिंग स्टाइल को तय करना होगा। मैं यहां बता दूँगा कि शेयर मार्केट में हर ट्रेडर का अपना विशिष्ट ट्रेडिंग स्टाइल होता है, जो सालों के अनुभव के बाद विकसित होता है।


    बाजार में कुछ लोग सुरक्षित ट्रेडिंग का पसंदीदा अनुभव करना पसंद करते हैं, वहीं कुछ अन्य लोग प्रवर्तक ट्रेडिंग में रुचि रखते हैं। एक ओर कुछ लोग कम पूंजी लगाकर अधिक लाभ की कोशिश करना पसंद करते हैं (जो ज्यादा जोखिम लेता है), जबकि कुछ लोग अधिक पूंजी लगाने पर भी कम लाभ सहन करने को तैयार रहते हैं (क्योंकि इसमें कम जोखिम होता है)। इसलिए पहले आपको यह समझना होगा कि आप अपनी ट्रेडिंग को किस प्रकार से देखते हैं।


    मैं पहले ही आपको बता देता हूँ कि अगर आप अन्य लोगों की तरह ट्रेडिंग को एक पैसे का दोगुना खेल समझकर खेलते हैं, तो आपके साथ वही होगा जो 90% ट्रेडर्स के साथ होता है।


    लेकिन अगर आप 10% ट्रेडर्स की तरह ट्रेडिंग को एक वास्तविक व्यापारिक कारोबार के रूप में देखते हैं, अर्थात् पहले आप सीखते हैं और फिर आवश्यक कदम उठाते हैं, तो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट से आपको सफलता हासिल करने में कोई नहीं रोक सकता।


    एक बार जब आप ट्रेडिंग के बारे में सीख लेते हैं, तो आप ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि ट्रेडिंग एक जोखिम भरा काम है। आप अपना पैसा भी खो सकते हैं। इसलिए, ट्रेडिंग शुरू करने से पहले हमेशा अपने जोखिम को समझें।


    5- ग्लोबल मार्केट को एनालिसिस करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसे जानने केलिए आपको ग्लोबल मार्केट को समझना चाहिए। शेयर बाजार में व्यापार सीखने के लिए वैश्विक बाजार की एनालिसिस करना बहत ही जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि विश्वभर के शेयर बाजार एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं, इसका मतलब है कि यदि वैश्विक बाजार में कहीं भी कोई नकारात्मक समाचार आता है, तो इसका असर भारतीय शेयर बाजार और अन्य देशों के बाजार पर भी पड़ता है।


    वैश्विक बाजार की एनालिसिस के लिए आपको हर दिन SGX निफ्टी, यानी सिंगापुर निफ्टी, की निगरानी करनी चाहिए। इससे आपको समझ में आता है कि क्या आशंकाओं के बावजूद आज भारतीय निफ्टी में उछाल हो सकती है या फिर गिरावट।


    यहां तक कि 75% से भी अधिक बार यह देखा गया है कि भारतीय निफ्टी उसी दिशा में चलता है जिसमें सिंगापुर निफ्टी चलता है।


    SGX निफ्टी के बाद डाउ जोन्स और नैसडैक पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है। ये US शेयर बाजार के सूचकांक हैं, जो अमेरिकी शेयर बाजार की स्थिति दर्शाते हैं।


    इसके अलावा, अन्य देशों के शेयर बाजार पर भी नजर रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे आपको अनुमान होता है कि आने वाले दिनों में भारतीय शेयर बाजार की संभावित दिशा (उछाल या गिरावट) और उस दिशा में व्यापार की योजना बना सकते हैं।


    6- ट्रेडिंग के बेसिक फंडामेंटल्स सीखें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, यह आपको सिखने के लिए सबसे पहले ट्रेडिंग के बेसिक फंडामेंटल्स समझने होंगे। ये वो बुनियादी बातें हैं जिन पर शुरुआती लोग अक्सर ध्यान नहीं देते और फिर शेयर बाजार में हानि उठाते हैं। 


    ट्रेडिंग के कुछ नियम होते हैं जो आपको हमेशा याद रखने चाहिए, जैसे कि–

    • किसी भी समय पूरे पैसे या लोन का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए।
    • दूसरों की टिप्स या कॉल पर निर्भर रहने की बजाय, खुद की एनालिसिस पर भरोसा करना चाहिए।
    • किसी शेयर को सिर्फ उसकी बढ़ती कीमत देखकर खरीदने की जगह, उसके बढ़ने की वजह को समझने का प्रयास करना चाहिए।
    • किसी भी शेयर को खरीदने से पहले, उसके टेक्निकल एनालिसिस को ध्यान से पढ़ना चाहिए।
    • किसी शेयर की कीमत अच्छी लगती हो तो भी, उसके पीछे की वजह को समझने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि कुछ कंपनियां (जिन्हें पेनी स्टॉक्स कहते हैं) अक्सर बर्बाद हो जाती हैं।
    • ट्रेडिंग के दौरान, किसी शेयर में प्रवेश करने और उसे छोड़ने की समय सीमा को पहले से तय कर लेना चाहिए।
    • ट्रेडिंग करते समय, आपको अपने भावनाओं को कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए। आपका खर्ची पैसा यहाँ लगता है, जिसकी मान में हमेशा वृद्धि होती रहती है, लेकिन आपको इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देने की बजाय, आपको अपनी खुद की शोध पर आधारित ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी बनानी चाहिए। 


    अगर आपने ऊपर दिए गए ट्रेडिंग के बेसिक नियमों का पालन किया है, तो ही आप ट्रेडिंग से मुनाफा कमा सकते हैं। कुछ लोग ट्रेडिंग को जल्दी पैसा कमाने का तरीका समझते हैं, लेकिन इसी बात में उनकी गलती होती है। वे बिना कुछ सोचे-समझे अपनी मेहनत से कमाए हुए पैसे को खो देते हैं, और अंत में, वे बर्बाद हो जाते हैं।


    7- कैंडलस्टिक चार्ट पेटर्न को फॉलो करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    "ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें" का सातवा चरण है कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न के बारे में जानना। शेयर बाजार में रेड💖 और ग्रीन💚 कैंडल, जो किसी भी स्टॉक के प्राइस की ऊपर-नीचे गतिविधियों की पूरी जानकारी प्रदान करती हैं, उनकी बात करती हैं।


    ग्रीन कैंडल को 'बुलिश' और रेड कैंडल को 'बेअरिश' कहा जाता है। यानी ग्रीन कैंडल प्राइस की ऊपर जाने की संकेत देती है, जबकि रेड कैंडल प्राइस की नीचे जाने की बात करती है।


    कैंडल को 'कैंडलस्टिक' कहा जाता है क्योंकि इसका आकार स्टिक की तरह होता है। यह दो चीजों, एक कैंडलस्टिक बॉडी और विक, से बनता है।


    जिस टाइमफ्रेम (1 मिनट, 5 मिनट, 15 मिनट, 1 घंटा या 1 दिन) का चार्ट आप देख रहे हैं, उसी टाइमफ्रेम की सभी कैंडल्स आपको दिखाई देंगी।


    अगर आपने बैंकनिफ्टी का 5 मिनट का चार्ट खोला है, तो वहां पर आपको हर 5 मिनट में बनने वाली कैंडलस्टिक दिखेगी।


    निफ्टी, बैंकनिफ्टी या किसी भी स्टॉक का चार्ट देखने के लिए आप ट्रेडिंगव्यू वेबसाइट पर जा सकते हैं।


    ट्रेडिंग के समय चार्ट पर विभिन्न प्रकार की कैंडलेस्टिक दिखेंगी, जैसे कि –


    - किसी कैंडल की बॉडी बहुत छोटी या बड़ी होती है।

    - किसी कैंडल की शैडो छोटी या बड़ी होती है।

    - किसी कैंडल की बॉडी बीच में बनती है या फिर उपर या नीचे बनती है।

    - कई कैंडल में विक बहत लंबी होती है, या फिर ना के बराबर होती है।



    इन सबके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको विभिन्न प्रकार की कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में सीखनी होगी, जैसे कि हैमर, हैंगिंग मैन, मारुबोजो, ड्रैगनफ्लाई, ग्रेवस्टोन (ये सभी जापानी नाम होते हैं)।


    इन विभिन्न प्रकार की कैंडल स्टिक से मिलकर कैंडलेस्टिक पैटर्न बनते हैं। ट्रेडिंग के समय चार्ट पर आपको रोज़ाना किसी न किसी पैटर्न की खोज होगी, जिसके उपयोग करके आप ट्रेडिंग कर सकते हैं और अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकते हैं।


    8- टेक्निकल एनालिसिस करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, जानने केलिए आपको टेक्निकल एनालिसिस को बहत ही बेहेतरीन से सीखना पड़ेगा। टेक्निकल रिसर्च ही ऐसा माध्यम है जिससे आप प्रतिदिन शेयर बाजार में इन्वेस्ट करके लाखों रुपए कमा सकते हैं। हां, यह सच है और कई सारे सफल इन्वेस्टर्स यही कर रहे हैं।


    टेक्निकल एनालिसिस के अंदर कई चीजें शामिल होती हैं, जैसे कि –

    • आपको चार्ट पैटर्न्स को समझने और पढ़ने की क्षमता होनी चाहिए।
    • कैंडलस्टिक्स क्या होते हैं और इनके विभिन्न प्रकारों की पहचान करनी चाहिए।
    • सपोर्ट और रेजिस्टेंस का मतलब और चार्ट पर उनकी पहचान कैसे करें, यह जानना आवश्यक होता है।
    • स्टॉप लॉस और प्रॉफिट टारगेट की सेटिंग कैसे करें, यह समझ में आना चाहिए।
    • टेक्निकल इंडिकेटर्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए, जिससे आप शेयर की मूवमेंट को तकनीकी इंडिकेटर्स की मदद से पहचान सकें।
    • आपको यह समझना होगा कि मूल्य क्रिया(Price Action) क्या होती है और शेयर की मूल्य में कैसे वृद्धि और कमी होती है।
    • इसके अलावा, स्टॉक के मोमेंटम और वॉल्यूम की जांच भी आवश्यक होती है।


    शेयर बाजारों में ट्रेडिंग सीखने के लिए, आपको उपरोक्त सभी बिन्दुओं को समझने की आवश्यकता है और ये सभी मुद्दे टेक्निकल एनालिसिस के महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं।


    9-ऑप्शन चेन एनालिसिस करके ट्रेडिंग करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसको समझने केलिए ऑप्शन चेन एनालिसिस एक बेस्ट तरीका माना जाता है।ऑप्शन चेन देखकर आपको पता चलेगा कि;


    • वर्तमान में शेयर बाजार में कैसा ट्रेंड चल रहा है।
    • शेयर बाजार में इन्वेस्टर्स के आंकड़ों में क्या हो रहा है, अर्थात् खरीददारों और विक्रेताओं की संख्या में कितनी वृद्धि हुई है, इससे आपको मार्केट में हो रहे मोमेंटम की स्थिति का पता चलेगा।
    • आप मार्केट के सपोर्ट और रेजिस्टेंस के ग्राफ को सही से ड्रॉ करने में आसानी होगा।
    • इससे आप एक ही स्थान पर पूरे डेटा को देख सकते हैं।
    • आप मार्केट में आगामी समय में कितनी उच्च या निम्न दिशा में जा सकता है, यह समझ सकते हैं।
    • आज के दिन बाजार में खरीददार अधिक हैं या विक्रेता, इसके आधार पर आप अपनी इन्वेस्टमेंट करने की रणनीति तैयार कर सकते हैं।


    यह मायने नहीं रखता कि आप ऑप्शन ट्रेडिंग कर रहे हैं या इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं। मतलब हर प्रकार की व्यापारिक गतिविधियों में आप ऑप्शन चेन डेटा का उपयोग कर सकते हैं।


    दोस्तों, यह बात ध्यान देने योग्य है कि अगर आप पहली बार व्यापार में कदम रख रहे हैं तो शायद ऑप्शन चेन डेटा को समझने में पहली बार में कुछ कठिनाई हो सकती है।


    मैं भी पहले NSE की वेबसाइट पर जाकर ऑप्शन चेन देखने पर डर गया था क्योंकि उसमें इतना सारा डेटा एक साथ था, लेकिन विश्वास करें, धीरे-धीरे समय के अनुसार पढ़ते-पढ़ते और अभ्यास करते-करते सब समझने में आसानी होगी, और आपको भी यही अनुभव होगा।


    10- सही स्टॉक को सिलेक्ट करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसको समझने केलिए आपको सबसे पहले एक सही स्टॉक का चयन करना आना चाहिए।क्योंकि अगर आपने ट्रेड करने के लिए गलत स्टॉक चुना है, तो एक गलत ट्रेड आपके पूरे प्रॉफिट को खत्म कर सकता है।


    लेकिन अब सवाल यह उठता है कि किसी भी स्टॉक को चुनने से पहले आपको क्या देखना चाहिए—


    • जब भी आप किसी शेयर में ट्रेड करना चाहते हैं, तो सबसे पहले उसके सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को जानना आवश्यक होता है।
    • सपोर्ट स्तर वह निर्धारित स्तर होता है जहां से स्टॉक का मूल्य बढ़ना शुरू होता है, जबकि रेजिस्टेंस स्तर वह निर्धारित स्तर होता है जहां से स्टॉक का मूल्य गिरना शुरू होता है।
    • सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों के मूल्यों को जानने के बाद, आपको उनके बीच एक ट्रेंड लाइन खींचनी चाहिए, जिससे एक मूल्य सीमा की तय हो सके।
    • अब आपको स्टॉक के एंट्री और एग्जिट पॉइंट की जानकारी हासिल करनी होती है, अर्थात् शेयर में कब खरीदना और बेचना है।
    • तो जब स्टॉक सपोर्ट स्तर को छूकर ऊपर बढ़ने लगे, तो आपको शेयर में एंट्री लेनी चाहिए और जब वह रेजिस्टेंस स्तर पर पहुंच जाए, तो एग्जिट कर देना चाहिए।


    जब आपको ये सही से पता चल जाएगा की, स्टॉक को कैसे सही तरीके से सेलेक्ट किया जाता हैं, तब ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें ये भी आसानी हो जायेगी।


    11- पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसके लिए शुरुआती दौर में पेपर ट्रेडिंग बहत ही आसान और लाभ दायक होता है। पेपर ट्रेडिंग का मतलब होता है बिना असली पैसा लगाए वास्तविक शेयर बाजार में आसान तरीके से ट्रेड करना, जिससे आपको वास्तविक ट्रेडिंग करने का अनुभव होता है, और यह बिना एक भी पैसा लगाए।


    आजकल बाजार में कई सारी मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट्स हैं जिनके माध्यम से आप पेपर ट्रेडिंग का अभ्यास कर सकते हैं। Money Control जैसी प्रमुख वेबसाइटें आपको मुफ्त में पेपर ट्रेडिंग का अवसर प्रदान करती हैं।


    इन वेबसाइटों पर वर्चुअल मनी का उपयोग करके आप वास्तविक बाजार में पेपर ट्रेड कर सकते हैं, बिना खुद के पैसे लगाए। इसका फायदा यह है कि आपको अपना खुद का पैसा इन्वेस्ट नहीं करना पड़ता, और आपको व्यापार का वास्तविक अनुभव प्राप्त होता है।


    पेपर ट्रेडिंग के माध्यम से आप धीरे-धीरे देखेंगे कि आपके शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने की कौशल में सुधार हो रहा है, और तब आप धीरे-धीरे अपने असली डिमॉट खाते के माध्यम से रियल ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।


    12- ट्रेडिंग साइकोलॉजी को सीखें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसका आगला कदम है ट्रेडिंग साइकोलॉजी की बहत ही बारीकी से समझना। इस महतपूर्ण स्टेप में, हमें सिखना होगा कि लोग ट्रेडिंग करते समय कैसे व्यवहार करते हैं।


    कुछ लोग लोन लेकर या दोस्तों से पैसे उधार लेकर ट्रेडिंग करते हैं, इससे उन्हें डर लगता है कि उनका पैसा खो न जाए। वे डर से ट्रेडिंग करते हैं।


    विवेकपूर्ण लोग अपने पैसे का एक छोटा सा हिस्सा ही ट्रेडिंग में निवेश करते हैं। इससे वे डर के बिना सुकून से ट्रेडिंग करते हैं और प्रॉफिट भी कमाते हैं।


    बाजार में दो प्रकार के ट्रेडर्स होते हैं - सुरक्षित ट्रेडर्स जो अपने पैसे को सुरक्षित रखने का प्रयास करते हैं और जोखिमपूर्ण ट्रेडर्स जो अधिक जोखिम लेते हैं ताकि कम समय में अधिक पैसा कमा सकें। दोनों अलग-अलग ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी का उपयोग करके पैसा कमाते हैं।


    शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय रिस्क को सही से मैनेज करना महत्वपूर्ण है क्योंकि बिना सही साइकोलॉजी के बहुत से लोग अपने भावनाओं को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं और अपना पूरा पैसा खो देते हैं।


    हमेशा यह नहीं होता कि आप हर बार ट्रेडिंग में प्रॉफिट ही कमाएंगे, बल्कि कई बार आपका नुकसान भी हो सकता है। लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि आप कैसे प्रॉफिट और नुकसान को मैनेज करते हैं।


    मान लीजिए कि आपने 100 ट्रेड किए हैं और इसमें से 70 ट्रेड में प्रॉफिट हुआ है, तो आप एक सफल ट्रेडर की श्रेणी में आ सकते हैं। लेकिन यदि सिर्फ 20 ट्रेड में ही प्रॉफिट हुआ है, तो आपको और अधिक प्रैक्टिस की आवश्यकता हो सकती है।


    लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए कि आपने 100 ट्रेड लिए, जिनमें से 70 ट्रेड में प्रॉफिट हुआ और 30 ट्रेड में नुकसान हुआ, लेकिन उन 30 ट्रेड में हुआ नुकसान 70 प्रॉफिट ट्रेड से भी अधिक था।


    इसका मतलब है कि आपको ट्रेडिंग करते समय अपने रिस्क और प्रॉफिट के अनुपात का ध्यान रखना चाहिए। इसलिए हर ट्रेड को समान राशि से करने की कोशिश करें, जिससे आपका जोखिम-मुनाफा अनुपात हर वक्त सही रहे।


    13- सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस को सही उपयोग करना सीखें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो हर दिन सिर्फ सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर आधारित ट्रेडिंग करके पैसा कमाते हैं। आपको सीखने की आवश्यकता होती है कि यदि आप सिर्फ और सिर्फ सपोर्ट और रेजिस्टेंस के स्तरों के माध्यम से ट्रेडिंग करने में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अभ्यास करना होगा।


    कामयाबी प्राप्त करने के लिए, आपको बार-बार ट्रेड करके प्रैक्टिस करनी चाहिए और समय-समय पर विश्लेषण करना चाहिए। यह तब आपको मालूम होता है कि कैसे शेयर कीमत आपकी अनुमानित दिशा के खिलाफ जाती है और आपको नुकसान के स्थान पर मुनाफा प्राप्त होता है।


    सपोर्ट और रेजिस्टेंस के स्तरों पर आधारित ट्रेडिंग के सिखने के बाद, आपको प्रैक्टिस में कामयाब होने का तय करना होता है। असली मार्केट में ट्रेडिंग करते समय, आपको हर बार ऐसी स्थिति नहीं मिलती है।


    कई बार ऐसा हो सकता है कि प्राइस सपोर्ट स्तर पर पहुंचने से पहले ही ऊपर जाने लगता है और अधिक बार यह घटता है कि प्राइस रेजिस्टेंस स्तर पर पहुंचने से पहले ही नीचे आने लगता है।


    इसलिए, जब भी आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस के स्तरों की गणना करते हैं, आपको एक विस्तृत रेंज में इन स्तरों को ड्रॉ करना चाहिए ताकि प्राइस में थोड़े बदलावों का सामर्थ्य रहे।


    यह जानकारी आपको देखने के लिए मिली है कि सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों का अध्ययन करना उन समय में लाभकारी सिद्ध हो सकता है जब मार्केट एक रेंज में चल रहा हो। यानी कि जब मार्केट की कीमतें न तो ऊपर जाती हैं और न ही नीचे, बल्कि उसकी कीमतें एक ही स्थिति में बनी रहती हैं। ऐसे समय में, आप सपोर्ट स्तर पर खरीदकर और रेजिस्टेंस स्तर पर बेचकर, या उनके उल्टे क्रम में, अच्छे प्रॉफिट की प्राप्ति कर सकते हैं।


    14- स्टॉप लॉस और टारगेट को सही से इस्तमाल करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    आप सोच रहे होंगे की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें। लेकिन ट्रेडिंग को समझने के लिए, आपको स्टॉप लॉस और टारगेट प्राइस तय करने की आवश्यकता होती है। अगर आप ट्रेडिंग में नुकसान से बचना चाहते हैं, तो आपको शेयर खरीदने से पहले स्टॉप लॉस को निर्धारित करना होगा। "स्टॉप लॉस" का अर्थ होता है कि आपके पास मैक्सिमम कितने नुकसान को सहने की क्षमता है।


    एक उदाहरण से समझते हैं, यदि आप एक ट्रेड पर अधिकतम 25 रुपये का नुकसान सह सकते हैं, तो आपको ट्रेड करते समय 25 रुपये का स्टॉप लॉस लगाना चाहिए। इसके परिणामस्वरूप, चाहे शेयर की कीमत जितनी भी नीचे चली जाए, आपका नुकसान कभी भी 25 रुपये से अधिक नहीं हो सकता है।


    अब, हम बात करते हैं टारगेट प्राइस की, आपको टारगेट को स्टॉप लॉस से अधिक रखना चाहिए। अर्थात, अगर आपका स्टॉप लॉस 25 रुपये है, तो आप टारगेट को 30 या 40 रुपये तक रख सकते हैं। इस तरीके से, आपकी लाभकारी trading action आपके स्टॉप लॉस से निर्धारित होने वाले मूल्य से अधिक तक जा सकती हैं।


    इस प्रकार, अगर आपने 10 में से 7 बार भी मुनाफा कमाया, तो कुल मिलाकर आपको फायदा ही होगा, क्योंकि आपका टारगेट प्राइस आपके निर्धारित स्टॉप लॉस की दोगुनी क्षमता को प्रतिनिधित करेगा।


    15- Books पढ़कर ट्रेडिंग करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    अगर आप वाकई सिस्टमैटिक रूप से ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं, तो ट्रेडिंग की किताबें पढ़ना एक बेहतर तरीका हो सकता है। यदि आप पूरी तरह नए हैं और ट्रेडिंग की शुरुआत कर रहे हैं, और ये जानना चाहते हैं की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, तो आपके लिए कम से कम 1-2 उत्तम ट्रेडिंग की किताबें पढ़ना बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है।


    आप शुरुआत में टेक्निकल एनालिसिस की किताब पढ़कर यह समझ सकते हैं कि वास्तव में ट्रेडिंग कैसे काम करती है और कैसे लोग इसके माध्यम से घर बैठे ऑनलाइन पैसे कमा पा रहे हैं।


    ट्रेडिंग से जुड़ी किताबों को पढ़कर आपके मन में उत्पन्न होने वाले सभी सवालों का सामान्य से सामान्य उत्तर मिल सकते हैं। इस तरीके से, अगर आप ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो किताबें पढ़ना एक बहुत अच्छा विचार हो सकता है।


    16- सक्सेसफुल ट्रेडर्स को फॉलो करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है सफल ट्रेडर्स की बढ़ते दिशा में कदम बढ़ाना। अर्थात्, ऐसे व्यक्तियों का अनुसरण करना जो पहले से ही ट्रेडिंग के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। आप उनकी सोशल मीडिया प्रोफाइलों को फॉलो करके इस क्षेत्र में अधिक सिख सकते हैं।


    • Neeraj Joshi
    • Invest Aaj For Kal
    • Pushkar Raj Thakur
    • Vivek Bajaj


    मैंने ऊपर आपको उन यूट्यूब चैनलों के नाम दिए हैं, जो सच्चे ट्रेडर्स हैं और उनके सोशल मीडिया हैंडल्स भी हैं। आप इन्हें जांचकर उन व्यक्तियों की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं, क्योंकि वे बाजार में लंबे समय से ट्रेडिंग कर रहे हैं और उनका अनुभव भी है।


    इन लोगों ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर समय-समय पर ट्रेडिंग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी और अपडेट साझा करते है। इसलिए, आप ट्रेडिंग की सीखने की इच्छा रखते हैं तो इन सफल ट्रेडर्स को फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम आदि पर फॉलो जरूर करें।


    17- टेक्निकल इंडिकेटर्स को यूज करें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसके लिए टेक्निकल इंडिकेटर्स की समझ बहुत महत्वपूर्ण होती है। ये इंडिकेटर्स पहले ही बता देते हैं कि प्राइस में बदलाव होने की संभावना है, चाहे वो बढ़ रहा हो या घट रहा हो। RSI, MACD, बोलिंगर बैंड, वॉल्यूम, मूविंग एवरेज जैसे कई प्रकार के टेक्निकल इंडिकेटर्स होते हैं, जिन्हें आप चार्ट पर आसानी से लागू कर सकते हैं। 


    इन इंडिकेटर्स का सही तरीके से इस्तमाल करने पर, पास्ट डेटा के आधार पर आने वाले बदलावों का अनुमान लगाने में सहायक होते हैं और भविष्य में होने वाली प्रिडिक्शन देने में मदद करते हैं।


    18- ट्रेडिंग चार्ट को उपयोग करना सीखें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें इसके लिए, ट्रेंडलाइन का उपयोग करना बेहद महत्वपूर्ण है। ट्रेंडलाइन वो रेखाएं होती हैं जिन्हें आप चार्ट पर खींचते हैं, और ये रेखाएं हॉरिजॉन्टल या वर्टिकल बन सकती हैं, साथ ही ऊपर या नीचे की ओर तिरछी भी हो सकती हैं।


    टेक्निकल एनालिसिस करते समय, चार्ट पर ट्रेंडलाइन खींचना वास्तव में महत्वपूर्ण होता है। यह आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस जोन की पहचान करने में मदद करती है। इसका मतलब है, अगर सपोर्ट और रेजिस्टेंस एरिया की ट्रेंडलाइन खींची जा रही है, तो आप आसानी से समझ सकते हैं कि यह क्षेत्र महत्वपूर्ण है और प्राइस इस स्थान से पलट सकता है।


    इस रूप में, ट्रेंडलाइन आपके काम को बहुत सरल बना देती है और आप इसे किसी भी स्टॉक या इंडेक्स के चार्ट पर लागू कर सकते हैं। ट्रेंडलाइन के साथ-साथ, तकनीकी इंडिकेटर्स, वॉल्यूम, मूविंग एवरेज जैसे बहुत सारे ट्रेडिंग टूल्स भी हैं, जो आपको टेक्निकल एनालिसिस में मदद कर सकते हैं।


    19- पोस्ट पढ़कर और यूट्यूब वीडियोस देखकर दिखें


    आप ट्रेडिंग से संबंधित जानकारी ब्लॉग पढ़कर या यूट्यूब वीडियो देखकर भी जान पाएंगे की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें। आप जो वर्तमान में पढ़ रहे हैं, यह एक ब्लॉग है जिसके द्वारा हम आपको 'ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें' इस विषय पर जानकारी प्रदान कर रहे हैं, और ऐसे ही और भी कई ब्लॉग उपलब्ध हैं जिन्हें आप ट्रेडिंग के बारे में समझ सकते हैं।


    लेकिन, अगर आप वास्तविक तरीके से ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं, तो आपको ट्रेडिंग से संबंधित YouTube चैनलों का अनुसरण करना चाहिए।


    इंटरनेट पर कई पॉपुलर YouTube चैनल हैं जो ट्रेडिंग की शिक्षा प्रदान करते हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं –


    - पुष्कर राज ठाकुर

    - पावर ऑफ स्टॉक्स

    - इन्वेस्ट आज फॉर कल

    - आईआईटीयन ट्रेडर

    - आर्ट ऑफ ट्रेडिंग

    - नीरज जोशी

    - मुकुल अग्रवाल


    आपको ऑनलाइन फ्री में ट्रेडिंग सीखनी है तो आप उपरोक्त YouTube चैनलों के वीडियो देख सकते हैं। प्रत्येक चैनल की अपनी विशेषता होती है, जैसे –


    • अगर आप ट्रेडिंग को सीखना चाहते हैं तो पुष्कर राज ठाकुर और आईआईटीयन ट्रेडर के यूट्यूब चैनल आपके लिए सबसे अच्छे हैं।
    • यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आर्ट ऑफ ट्रेडिंग के संस्थापक घनश्याम सर आपके लिए सर्वोत्तम हैं।
    • और यदि आप बिल्कुल सरल भाषा में ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं, तो नीरज जोशी का यूट्यूब चैनल आपके लिए अत्यधिक उपयोगी है, जो आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग को सरल भाषा में समझाते हैं।


    20- शेयर मार्केट कोर्स से ऑनलाइन ट्रेडिंग को सीखें


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसके लिए और एक सबसे अच्छा तरीका ऑनलाइन कोर्स करना। इंटरनेट पर कई ट्रेडिंग कोर्स मौजूद हैं, जिनके माध्यम से आप बेसिक से एडवांस लेवल तक ट्रेडिंग को सीख सकते हैं।


    लेकिन आपको ध्यान देना है कि आजकल ऑनलाइन कोर्सों के नाम पर कई लोग आपसे पैसे लेते हैं, परंतु वे सिर्फ फ्री जानकारी प्रदान करते हैं, जो आप कहीं से भी खुद से सीख सकते हैं।


    इसका मतलब यह नहीं कि सभी ऑनलाइन कोर्स बेकार होते हैं। मेरा कहना सिर्फ यह है कि आपको किसी भी ऑनलाइन कोर्स को खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता की अच्छी तरीके से जांच करनी चाहिए, क्योंकि इंटरनेट पर कई ट्रेडिंग वीडियोस फ्री में उपलब्ध होते हैं।


    ऑनलाइन ट्रेडिंग के 11 नियम

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें? यह एक बहत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है जिसका उत्तर हर ट्रेडिंग फील्ड में आने वाले बाइजनर्स के लिए महत्वपूर्ण है। ऑनलाइन ट्रेडिंग एक ऐसा माध्यम है जिसमें आप शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं। लेकिन ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें इसके लिए आपको कुछ नियम को जानना चाहिए:


    1. समय और धैर्य: 

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें? सबसे पहला नियम है समय और धैर्य रखना। यह काम समय लगाता है, इसलिए आपको धैर्य रखना होगा।


    2. शिक्षा: 

    ऑनलाइन ट्रेडिंग के नियम सीखने के लिए उपयोगी शिक्षा प्राप्त करें। वेबसाइट, ऑनलाइन कोर्स, या वीडियो ट्यूटोरियल से सीखें।


    3. एनालिसिस क्षमता: 

    आवश्यक है कि आप बाजार के आंकड़ों को समझ सकें और विश्लेषण कर सकें। यह आपको सही निवेश के फैसले लेने में मदद करेगा।


    4. निवेश के लक्ष्य: 

    आपके पास निवेश के लिए स्पष्ट लक्ष्य होना चाहिए। यह आपको सही दिशा में बने रहने में मदद करेगा।


    5. रिस्क मैनेजमेंट: 

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें? रिस्क मैनेजमेंट का भी खास ध्यान दें। केवल अच्छी लाभ की ही नहीं, बल्कि नुकसान की संभावना को भी ध्यान में रखें।


    6. डेमो खाता: 

    पहले डेमो खाते या पेपर ट्रेडिंग में प्रैक्टिस करें। यह आपको बिना वास्तविक पैसे लगाए सीखने का मौका देता है।


    7. विभिन्न बाजारों का अध्ययन: 

    आपको विभिन्न बाजारों की समझ करनी चाहिए, जैसे कि स्टॉक, कमोडिटी, फॉरेक्स आदि।


    8. नियमित अद्यतन: 

    बाजार में अच्छी पकड़ बनाए रखने के लिए नियमित रूप से बाजार और आर्थिक समाचार का अद्यतन करें।


    9. पैसे की प्रबंधन: 

    अपने पूंजी का उचित व्यवस्थित प्रबंधन करें, ताकि बड़े नुकसान की स्थितियों में भी आपके पास पैसे बचे रहें।


    10. अनुभव से सीखें: 

    आखिरकार, ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें? अनुभव की सीख बेहद मूल्यवान होती है। शुरुआती दिनों में होने वाली गलतियों से सीखें और सुधारें।


    11. ओवर ट्रेड न करें: 

    कभी भी भावना में बहकर ओवर ट्रेड न करें। हमेशा अपनी इमोशन को कंट्रोल करें, और loss होने पर उसे अच्छे से एनालिसिस करें।


    इस तरह, ऑनलाइन ट्रेडिंग केलिए ये 11 नियम को जरूर ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करें। ताकि आप का पैसा आपको भविष्य में अच्छी रिटर्न्स दे सके।


    ट्रेडिंग के प्रकार

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसे जानने केलिए आपको ट्रेडिंग के कौनसी कौनसी प्रकार होती है उसे समझना होगा। अभी के समय में ट्रेडिंग डिजिटल शेयर बाजार में बदलाव लाने वाली प्रक्रिया है। यह नीचे कुछ ट्रेडिंग के प्रकार के वारे में बताया गया है:


    1. शेयर बाजार ट्रेडिंग:

    यह ट्रेडिंग सभी प्रमुख प्रकारों ट्रेडिंग में से एक है, जिसमें व्यक्तिगत या सार्वजनिक कंपनियों के शेयर खरीदने और बेचने का प्रक्रिया शामिल होता है। शेयर बाजार में निवेश करके आप पर्सनल फाइनेंशियल लक्ष्य पूरे कर सकते हैं।


    2. विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग:

    इसमें विभिन्न देशों की मुद्राओं के खरीद-बेच का प्रक्रिया शामिल होता है। यह शेयर बाजार में अधिक अनुभवी निवेशकों के लिए संभावनाएं प्रदान करता है।


    3. कमोडिटी ट्रेडिंग:

    यहाँ पर वस्त्र, पेट्रोलियम, गहने आदि जैसी वस्तुओं के खरीद-बेच का सौदा होता है। यह वित्तीय संवर्धन के साथ-साथ जोखिम भरपूर हो सकता है।


    4. क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग:

    आजकल यह बहुत ही लोकप्रिय हो रहा है, जिसमें वर्चुअल क्रिप्टोकरेंसी खरीद-बेच की जाती है। यह अधिकतम निवेशकों के लिए रोमांचक और फ्रॉफिटेबल हो सकता है।


    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें (फायदे और नुकसान)

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसको आप अभी तक तो समझ चुके होंगे। लेकिन ऑनलाइन ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान को भी अच्छे से जान लें। जिससे आपको फ्यूचर में ट्रेडिंग करने में आसानी होगी। इसीलिए इसके फायदे और नुकसानों को समझना महत्वपूर्ण है। 


    ऑनलाइन ट्रेडिंग के फायदे:


    1. सुविधा और फ्लेक्सिबिलिटी: ऑनलाइन ट्रेडिंग से आपको खरीददारी और बेचदारी की सुविधा मिलती है, चाहे आप जहां भी हों।


    2. स्पीड और तत्वयता: ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर व्यापारिक मूवमेंट बहत ही तेजी से होती हैं और स्विफ्ट डिसिशन लेने की अनुमति देती है।


    3. जानकारी और शिक्षा: ऑनलाइन ट्रेडिंग को सही से जानने केलिए आज कल कई सारे प्लेटफार्म फ्री में जानकारी देते हैं। और अभी तो आप ब्लॉग और यूट्यूब के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें, इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।


    4. लो लागत: ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर कम लोगिन की आवश्यकता होती है, जिससे की आपके व्यवसायिक खर्च कम होते हैं।


    ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान:


    1. अनजान जोखिम: बिना सावधानी से ऑनलाइन ट्रेडिंग करने पर नुकसान की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि बाजार में हमेशा वोलेटिलिटी दिखाई देता है।


    2. आत्म-नियंत्रण की कमी: आपको अपने इन्वेस्टमेंट प्लानिंग के निर्णय पर स्वयं का नियंत्रण बनाए रखने की क्षमता होनी चाहिए, क्योंकि बिना सोचे समझे निर्णय लेने पर नुकसान हो सकता है।


    3. सिस्टम की त्रुटियाँ: तकनीकी खराबियाँ या नेटवर्क समस्याएँ आपको व्यवसायिक गतिविधियों में बाधा डाल सकती हैं।


    4. मानसिक तनाव: बाजार की उतार-चढ़ाव में, नुकसान के बाद इमोशन को कंट्रोल करने में कमी हो सकती है, जो मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।


    ऊपर बताए गए कुछ फायदे और नुकसान को अगर आप ध्यान में रखके ट्रेडिंग करेंगे, तो आने वाले समय पर आप एक अच्छा ट्रेडर बन सकते हैं।

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    निस्कर्ष (ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें)

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें, और ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त करने केलिए आपको सबसे पहले जानकारी इकट्ठा करना चाहिए।अगर आप एक नए ट्रेडर हैं, तो सबसे पहले आपको ट्रेडिंग के मूल नियम सीखने और समझने की आवश्यकता होती है। 


    यह बात सही है कि 90% लोग ट्रेडिंग की दुनिया में शुरुआत के 5 से 6 महीनों के भीतर ही अपने नुकसान में आ जाते हैं और इस क्षेत्र से हार मानकर असफल हो जाते हैं। यानी कि वे ट्रेडिंग में क़ायम नहीं रह पाते।


    जबकि, केवल 10% लोग होते हैं जिन्होंने पहले ट्रेडिंग के बेसिक को समझने के बाद ही लाइव मार्केट में कदम रखा होता है और इस तरीके से उन्हें ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त होती है।


    यदि आपने ट्रेडिंग सीखने के सभी सही तरीके का पालन किया है, तो आपके रास्ते में एक सफल ट्रेडर बनने को कोई रुकावट नहीं आ सकती। इस लेख में, मैंने आपको बताया है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें और ट्रेडिंग की शिक्षा प्राप्त करने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।


    मैं पूरी उम्मीद के साथ कह सकता हूं कि इस लेख में दिए गए सुझावों की मदद से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग की दुनिया में कदम रखकर सिख सकते हैं। मैं आशा करता हूं कि आपको यह जानकरी उपयोगी लगेगी।


    FAQs(ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें)

    1. शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?

     अगर आप एक नए ट्रेडर है, और ये जानना चाहते हैं की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें। तो शुरुवात में आपको शेयर बाजार के बारे मे जानकारी इकट्ठा करना चाहिए। आपको पहले ट्रेडिंग के स्ट्रेटजी को सही से समझना होगा। और धीरे धीरे करके पैसा को इन्वेस्ट करना चाहिए। कभी भी इमोशन में बहकर ओवर ट्रेड न करें।


    2. मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे करते हैं?

    अभी के समय पे ऑनलाइन ट्रेडिंग करने केलिए मोबाइल बहत फायदे मन हो रहा है। आप मोबाइल फोन से अभी बहत ही आसानी से ट्रेड कर सकते हैं। मोबाइल पर ऑनलाइन ट्रेडिंग करने केलिए सबसे पहले आपको एक डीमैट अकाउंट खोलना होगा। जिसके जरिए आप स्टॉक मार्केट पर ट्रेड कर पाएंगे।


    3. सबसे अच्छा ऑनलाइन ट्रेडिंग कौन सा है?

    ऑनलाइन ट्रेडिंग कई प्रकार के होते हैं, जैसे:

    -स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग

    -क्रिप्टो ट्रेडिंग

    -लिक्विडिटी ट्रेडिंग

    -फॉरेक्स ट्रेडिंग

    लेकिन शुरुवात समय पर आपको किसी एक ट्रेड पर सही से नॉलेज प्राप्त करना चाहिए। 


    4. फ्री में ट्रेडिंग कैसे सीखें?

    फ्री में ट्रेडिंग सीखने केलिए अभी के टाइम पे सबसे बढ़िया दो चीजे है, एक तो आप कई सारे यूट्यूब को फॉलो करें, जो स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के वारे में फ्री में जानकारी देते हैं। या फिर बहत सारे ब्लॉग या किताब को भी फॉलो कर सकते हैं।


    5. भारत में नंबर 1 ट्रेडिंग ऐप कौन सा है?

    भारत में अभी के समय पर कई सारे ट्रेडिंग आप अवेलेबल हैं। लेकिन इन में से ज्यादा तर आप फर्जी भी हो सकते हैं। UPSTOX, ANGEL ONE, ZERODHA आदि कुछ ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म आप इस्तमाल कर सकते हैं।


    6. शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ट्रेडिंग सबसे अच्छा है?

    अगर आप ट्रेडिंग के फील्ड पर नए हैं, और ये जानना चाहते हैं की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें। तो आपके लिए सुरुआती समय पे रिस्क मैनेजमेंट ट्रेडिंग सबसे अच्छा विकल्प होता है। शुरू के समय पर आपको कोई अच्छा ट्रेडर्स को फॉलो करके कम अमाउंट से ट्रेडिंग सुरु करना चाहिए।


    7. क्या मैं अपने फोन से ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं?

    जी हां, आप अपने फोन से बहत ही आसानी से ट्रेडिंग सुरु कर सकते हैं। बस उसके लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट का होना आवश्यक है।


    8. मैं ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमा सकता हूं?

    ट्रेडिंग से पैसे कमाने के कई सारे तरीके हैं, जैसे इंट्रा डे, F&O, इक्विटी में, म्यूचुअल फंड आदि। लेकिन सुरु के समय पर आपको ट्रेडिंग के वारे में सही से जानकारी प्राप्त करना चाहिए। फिर जा कर इन्ही में से किसी एक से अपनी ट्रेडिंग सुरु करें।


    9. कौन सी ट्रेडिंग ज्यादा पैसा देती है?

    वैसे तो लग भग सभी ट्रेडिंग पर पैसा ज्यादा है। लेकिन मेरा माने तो F&O पर ट्रेड करके पैसा कमाना सुरु के समय पे सही तरीके है।


    10. क्या मैं 500 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं?

    जी हां, आप 500 रुपए से ट्रेडिंग सुरु कर सकते हैं। वैसे भी आप 100 रुपए से भी ट्रेडिंग कर सकते हैं। लेकिन इसी तरह के ट्रेड ज्यादा तर पैनी स्टॉक्स के कैटेगरी में आती है। जिसमे रिस्क भी बहत ज्यादा रहता है।


    11. ट्रेडिंग से हम एक दिन में कितना कमा सकते हैं?

    वैसे तो ट्रेडिंग से पैसा कमाने का कोई लिमिट नही होता। लेकिन सुरु के समय पर आप ट्रेडिंग करके दिन मे 2000- 3000/- कमा सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको सबसे पहले ट्रेडिंग को सही से सीखना चाहिए।


    12. सबसे सस्ता ट्रेडिंग ऐप कौन सा है?

    कई सारे इसे ट्रेडिंग ऐप्स है, जिसमे डीमैट अकाउंट खोलने का पैसा लगता है। लेकिन UPSTOX, ANGEL ONE, Groww, mStock आदि ऐप्स में अकाउंट ओपनिंग चार्जेस zero होता है। इसी लिए आप इन्ही में से किसी एक ऐप से ट्रेडिंग सुरु कर सकते हैं।


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